चमोली हादसा: भारतीय सेना और ITBP की बचाव टीम द्वारा चमोली के माणा क्षेत्र में हिमस्खलन से प्रभावित इलाके में बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है। अब तक हिमस्खलन वाली जगह से 50 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है, लेकिन दुर्भाग्य से 4 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। शेष 5 लापता मजदूरों को बचाने के लिए तलाशी और बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी है। सड़कें अवरुद्ध होने के कारण सेना ने 06 हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं, जिनमें भारतीय सेना विमानन के 3 चीता हेलीकॉप्टर, भारतीय वायु सेना के 2 चीता हेलीकॉप्टर और एक नागरिक हेलीकॉप्टर शामिल हैं। घायलों को प्राथमिकता के आधार पर निकाला जा रहा है। वरिष्ठ सेना अधिकारी व्यक्तिगत रूप से दुर्घटनास्थल पर मौजूद हैं और बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं। यह ऑपरेशन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में युद्धस्तर पर जारी है, सेना और बचाव दल अपने प्रयासों में जुटे हुए हैं। बचाव अभियान के बीच में बर्फ़बारी और बारिश भी हो रही है लेकिन फिर भी बचाव कर्मियों के हौसले अडिग है।
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युद्धस्तर पर बचाव अभियान जारी:
28 फरवरी को भारी बर्फबारी के बाद माणा के समीप कैम्प के पास ग्लेशियर टूट गया था। जिसमें बीआरओ के लगभग 57 मजदूरों के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई। जिसके बाद से BRO और जिला प्रशासन की टीम मौके पर राहत और बचाव कार्य के लिए मौजूद है। साथ ही एसडीआरएफ ने हाई एल्टीट्यूड की अपनी टीम को अलर्ट पर रखा है। कमांडेंट अर्पण यदुवंशी के निर्देश पर 10 सदस्यीय टीम राहत कार्य के लिए पहले से ही रवाना हो गयी है। आईजी राजीव स्वरूप ने बताया कि सभी को सुरक्षित निकालने और मार्ग खोलने के प्रयास लगातार जारी हैं।
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इस घटना से हुई पुरानी याद ताजा:
इस घटना ने 2021 में चमोली जिले में हुए एक अन्य ग्लेशियर हादसे की यादें ताजा कर दी हैं, जब ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही मची थी और कई लोगों की जान गई थी। वर्तमान में, राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है, जिसमें स्थानीय प्रशासन, पुलिस, आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें शामिल हैं। क्षेत्र में मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, बचाव दल मलबे में फंसे मजदूरों तक पहुंचने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। सीएम धामी ने भी चमोली जिले में माणा के पास हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर मौके पर जारी राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षित बाहर निकाले गए श्रमिकों का कुशलक्षेम जाना। साथ ही बचाव कार्य में जुटे सैन्य अधिकारियों एवं प्रशासनिक टीमों से विस्तृत जानकारी प्राप्त कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सीएम ने कहा की सरकार संकट की इस घड़ी में प्रभावितों की हरसंभव सहायता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। प्रभावित श्रमिकों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रशासन, सेना और SDRF की टीमें लगातार राहत कार्यों में जुटी हुई हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं माननीय केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी के मार्गदर्शन में केन्द्र सरकार द्वारा भी बचाव कार्यों में पूरा सहयोग मिल रहा है। हमारी डबल इंजन सरकार हर परिस्थिति में नागरिकों के साथ मजबूती से खड़ी है।
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